एआरओ, एफएसटी, एसएसटी, जीएसटी, इनकम टैक्स आबकारी और बैंकर्स और आईटी टीम को दिया गया प्रशिक्षण

 


सुविधा उप, सी-विजिल और ईएसएमएस एप की दी गयी जानकारी



धमतरी 18 मार्च 2024/ लोकसभा निर्वाचन 2024 की तैयारियों के तहत् कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी सुश्री नम्रता गांधी की उपस्थिति में आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में सहायक रिटर्निंग आफिसर, एफएसटी, एसएसटी, जीएसटी, इनकम टैक्स आबकारी और बैंकर्स और आईटी टीम को एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया। बैठक में कलेक्टर ने एफएसटी और एसएसटी में लगे कर्मचारियों से कहा कि निर्वाचन का यह कार्य बहुत ही जिम्मेदारी का कार्य है। मतदाता बिना किसी डर या प्रलोभन के अपने मताधिकार का प्रयोग करें यह हमारी जिम्मेदारी है। आप सभी निष्पक्ष होकर जिम्मेदार अधिकारी की तरह कार्य करें, किसी भी प्रकार के दबाव में कार्य न करें। बैठक में सीईओ जिला पंचायत सुश्री रोमा श्रीवास्तव, एसडीएम धमतरी डॉ विभोर अग्रवाल, एसडीएम नगरी पवन कुमार प्रेमी, .एसडीएम कुरूद दीनदयाल मंडावी, डिप्टी कलेक्टर सुश्री ध्रुव, तेजपाल ध्रुव, जीएसटी विभाग और इनकम टेक्स के प्रतिनिधि के अलावा अन्य विभागों के अधिकारी एवं बैंकर्स उपस्थित थे। 

           प्रशिक्षण में निर्वाचन आयोग के सुविधा एप, सी विजिल, ईएसएमएस एप के बारे में जानकारी दी गयी। जीएसटी और इनकम टैक्स विभाग के अधिकारियों ने निर्वाचन कार्य में आने वाली दिक्कतों आदि के बारे में बताया और उनका निराकरण कैसे करें इस बारे में भी जानकारी दी। डीआईओ चंदेल ने बताया कि लोकतंत्र की मजबूती के लिए हर नागरिक का जागरूक और सजग रहना जरूरी है। इसे ध्यान में रखकर बीते कई चुनावों में प्रौद्योगिकी आधारित प्रणाली विकसित कर उन्हें निर्वाचन प्रक्रिया का हिस्सा बनाया गया है। अब आयोग विभिन्न मोबाइल एप्स विकसित कर नागरिकों को निर्वाचन प्रक्रिया से सीधे जोड़ रहा है। आयोग की इस नई पहल से मतदाता ज्यादा सशक्त होने के साथ ही निर्वाचन तंत्र का सक्रिय सहभागी बन गया है। इस एप के जरिये अनुमति और नामांकन संबंधी कार्यों को सरता से कर सकते है। नई तकनीकों और सूचना प्रौद्योगिकी का उपयोग निर्वाचन को और ज्यादा सुगम, निष्पक्ष तथा समावेशी बनाने में कर रहा है। प्रशिक्षण में सुविधा एप के बारे में विस्तृती जानकारी देते हुए बताया गया कि इस एप के माध्यम से निर्वाचन के लिए अभ्यर्थी को अपना नामांकन पत्र एवं शपथ पत्र ऑनलाइन भरने की सुविधा मिलती है। ऑनलाइन आवेदन के बाद स्लॉट बुक कर निर्धारित तिथि में भौतिक सत्यापन एवं निर्धारित शुल्क का भुगतान किया जा सकता है। इतना ही नहीं प्रत्याशी को रैली, सभा आदि की अनुमति के लिए ऑनलाइन आवेदन की सुविधा भी इस एप में है। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी सुश्री गांधी ने कहा कि संबंधित अधिकारी सिंगल विंडो प्रणाली का उपयोग करें ताकि अभ्यर्थियों के प्रतिनिधियों को असुविधा न हो। 

             सी-विजिल एप के बारे में बताया गया कि इस एप के जरिए आम नागरिक निर्वाचन प्रक्रिया के दौरान होने वाली गड़बड़ी की तस्वीर और वीडियो को सीधे निर्वाचन आयोग को भेज सकता है। निर्वाचन के दौरान अगर किसी भी नागरिक को यह दिखता है कि आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन हो रहा है तो वह इस एप पर अपनी शिकायत भेज सकता है। शिकायतकर्ता फोन पर सी-विजिल एप्लीकेशन डाउनलोड कर सीधे घटना की फोटो या वीडियो अपलोड कर सकते हैं। मतदाता को रिझाने के लिए पैसे अथवा उपहार वितरण, भड़काऊ भाषण देने, बिना अनुमति बैनर-पोस्टर लगाने, मदिरा वितरण, बिना अनुमति सभाएं करने, अनाधिकृत सामग्री परिवहन, प्रचार के समय की समाप्ति के बाद सभा, मतदान केन्द्र के 200 मीटर के अंदर प्रचार जैसे मामलों की शिकायत इस एप के माध्यम से की जा सकती है।

            इलेक्शन सीजर मैनेजमेंट सिस्टम ईएसएमएस एप से राज्य के 1600 से अधिक स्थैतिक एवं उड़नदस्ता दलों द्वारा की जा रही जब्ती सीजर की कार्यवाहियों को इस एप पर अपलोड किया जाता है। पुलिस विभाग, आयकर विभाग, जीएसटी विभाग के अधिकारी हर जब्ती को इस एप पर अद्यतन करते हैं। इससे निर्वाचन आयोग को स्थैतिक एवं उड़नदस्ता दलों द्वारा की जा रही कार्यवाहियों की जानकारी मिलती है और उन पर आवश्यक कार्रवाई की जाती है