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शहर के मकई चौक में बनाए गए नगर घड़ी को तोड़ने की चर्चा हो रहीं हैँ. जिसमें महापौर रामू रोहरा ने आम जनता के राय के आधार पर नगर घड़ी को तोड़ने की बात कही हैँ. जिस पर युवा कांग्रेस जिला महासचिव गीतराम सिन्हा ने नगर घड़ी को धमतरी शहर का पहचान बताया और आगे कहां जनता की मांग यातायात की सुगम व्यवस्था के लिए सदर चौड़ीकरण है. एक मीडिया चैनल को दिए बयान में महापौर ने नगर घड़ी के कारण जाम की स्थिति निर्मित होने एवं अघोषित पार्किंग स्टैंड बताया हैँ. क्या नगर घड़ी को तोड़ने मात्र से ही शहर के ट्रैफिक जाम से निज़ात मिल सकती हैँ. या उस छोटे भूखंड का उपयोग पार्किंग स्थल बनाने में किया जाएगा. महापौर जी द्वारा बालक चौक स्थित निर्मित पार्किंग स्थल जनता को मुहैया नहीं करवाई जा रही है. सदर बाजार के विभिन्न जगहों पर हर 10 मिनट में जाम लगने एवं शहर हित में सदर चौड़ीकरण की मांग की बातों को नजर अंदाज कर नगर घड़ी चौक तोड़ने की अपने एजेंडे को लेकर अनेक गैर जरूरी तर्क दिया जा रहा हैँ. महापौर ने यह भी कहा हैँ की जब से नगर घड़ी बना है धमतरी का विकास रुक गया हैँ. महापौर जी को ध्यान होगा कि यह नगर घड़ी प्रदेश में भाजपा की रमन सरकार एवं तत्कालीन नगर पालिका अध्यक्ष स्व. श्री ताराचंद हिंदूजा जी के कार्यकाल में लगभग 50 लाख रुपए की लागत से बनकर तैयार हुआ था. आखिर महापौर मान चुके हैं की लंबे समय तक शहरी सत्ता एवं एवं प्रदेश की सत्ता में काबिज भाजपा सरकार के द्वारा विकास के नाम पर धमतरी की जनता के भावनाओं के साथ हमेशा ही खिलवाड़ किया गया है. और जिसका दोषारोपण नगर घड़ी के ऊपर किया जा रहा है. इसी बंद नगर घड़ी के रहते महापौर जी के द्वारा शहर मे अनेक विकास कार्य की स्वीकृत दिलाने की बात कही गई हैँ ऐसे में महापौर जी को नगर घड़ी संजोकर कर रखना चाहिए ताकि विकास कार्यों की पूर्ण स्वीकृति नहीं होने नगर घड़ी पर दोषारोपण किया जा सके। गीतराम सिन्हा ने आगे कहा कि महापौर जी धमतरी की पहचान बन चुके नगर घड़ी कुछ लोगों के हितों के लिए तोड़ने के बजाय उसमे सुधार करते हुए जन भावनाओं के अनुरूप सदर चौड़ीकरण के लिए हिम्मत जुटाए।जिससे आम नागरिकों सहित शहर का हित हो।