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ग्रामीण समृद्धि का संकल्प: धमतरी में 3775 बीसी सखियों की सफलता और ‘छत्तीसकला’ ब्राण्ड को मिली नई पहचान

 केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया छत्तीसकला ब्राण्ड एवं डिजिटल फाइनेंस बुकलेट का किया विमोचन


धमतरी ग्रामीण आजीविका, महिला उद्यमिता और वित्तीय समावेशन को नई दिशा देने वाला बुधवार का दिन धमतरी जिले के इतिहास में महत्वपूर्ण बन गया। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 21वीं किश्त के राज्य स्तरीय वितरण कार्यक्रम के अवसर पर केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, अध्यक्ष छत्यीसगढ़ विधानसभा डॉ रमन सिंह,उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा तथा अन्य जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में बहुप्रतीक्षित एकीकृत राज्य ब्राण्ड ‘छत्तीसकला’ एवं डिजिटल फाइनेंस बुकलेट का लोकार्पण किया। कार्यक्रम में हजारों ग्रामीण महिलाओं की सहभागिता उल्लेखनीय रही।

ग्रामीण महिला उत्पादों को मिली एकीकृत पहचान — ‘छत्तीसकला’ ब्राण्ड का शुभारंभ

राज्य सरकार एवं छत्तीसगढ़ ग्रामीण आजीविका मिशन (बिहान) द्वारा शुरु किए गए ‘छत्तीसकला’ ब्राण्ड के माध्यम से ग्रामीण गरीब महिलाओं द्वारा निर्मित उत्कृष्ट उत्पादों को एक ही मंच पर बाजार उपलब्ध होगा। इस ब्राण्ड के अंतर्गत मिलेट आधारित खाद्य सामग्री, चाय, अचार, स्नैक्स, हस्तनिर्मित ढोकरा शिल्प, बांस एवं लकड़ी उत्पाद, हैंडलूम, अगरबत्ती एवं पूजा सामग्री जैसे विविध उत्पादों का मानकीकरण, पैकेजिंग और ब्रांडिंग कर राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय बाजारों तक पहुँचाया जाएगा।

केंद्रीय मंत्री चौहान ने कहा कि छत्तीसकला ब्राण्ड ग्रामीण महिलाओं की मेहनत और आत्मनिर्भरता का वैश्विक पहचान पत्र बनेगा।

बीसी सखियों की सफलता पर आधारित डिजिटल फाइनेंस बुकलेट का विमोचन

कार्यक्रम में राज्यभर की 48 बैंकिंग कोरेस्पोंडेंट सखियों की उपलब्धियों और प्रेरक कहानियों को संजोने वाली डिजिटल फाइनेंस बुकलेट का विमोचन किया गया। वर्तमान में छत्तीसगढ़ की 3775 बीसी सखियाँ घर-घर जाकर बैंकिंग सेवाएँ प्रदान कर रही हैं और पिछले चार वर्षों में 3033.48 करोड़ रुपये से अधिक का वित्तीय लेन-देन सुनिश्चित किया है।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जो महिलाएँ कभी घरों से बाहर निकलने में संकोच करती थीं, आज वही वित्तीय सेवाओं की स्तंभ बन चुकी हैं और ग्रामीण परिवर्तन की आधारशिला हैं।

स्व-सहायता समूहों को बड़ी वित्तीय सहायता

ग्रामीण महिला समूहों को कार्यक्रम में व्यापक आर्थिक सहायता मिली

1080 स्व-सहायता समूहों को 1.62 करोड़ रुपये की रिवॉल्विंग निधि

8340 समूहों को 50.04 करोड़ रुपये की सामुदायिक निवेश निधि बैंक लिंकेज के रूप में 229.74 करोड़ रुपये

1533 महिला उद्यमियों को 6.23 करोड़ रुपये का उद्यमिता ऋण

इन प्रावधानों से महिलाओं की आय वृद्धि, नए उद्यम स्थापित करने तथा आर्थिक आत्मनिर्भरता को मजबूत आधार मिलेगा।

आत्मनिर्भर ग्रामीण छत्तीसगढ़ की दिशा में सशक्त कदम

धमतरी में सम्पन्न यह विशाल कार्यक्रम ग्रामीण आजीविका संवर्धन, महिला नेतृत्व और सामाजिक-आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ है। ‘छत्तीसकला’ ब्राण्ड, बीसी सखी मॉडल और वित्तीय सहायता की श्रृंखला मिलकर ‘आत्मनिर्भर ग्रामीण छत्तीसगढ़’ के संकल्प को मजबूत आधार

 प्रदान करेंगे।