धमतरी / धमतरी जिले में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी ने इस वर्ष सुचारू व्यवस्था और बेहतर प्रबंधन के साथ रफ्तार पकड़ ली है। सरकार द्वारा किए गए प्रबंधों और समितियों द्वारा अपनाई गई पारदर्शी व्यवस्था का परिणाम है कि किसान अब निर्बाध रूप से अपने धान की बिक्री के लिए केंद्रों तक पहुँच रहे हैं। जिले में 24 नवम्बर तक 9332 किसानों से लगभग 4.50 लाख क्विंटल धान की खरीदी हो चुकी है, जो प्रशासन के प्रभावी कार्य और किसानों के सरकार पर बढ़ते विश्वास को दर्शाता है।
भटगांव के किसान चमन साहू ने अपनी 4.5 एकड़ जमीन में मेहनत से धान की फसल तैयार की और धान बेचने के लिए भटगांव धान उपार्जन केंद्र पहुँचे। विशेष बात यह रही कि उन्होंने ‘टोकन तुंहर द्वार’ मोबाइल ऐप का उपयोग कर आसानी से ऑनलाइन टोकन प्राप्त किया और सीधे अपने धान के साथ केंद्र में पहुँचे।
किसान चमन साहू बताते हैं कि इस वर्ष केंद्र में किसी प्रकार की परेशानी नहीं आई। धान की तोलाई में पारदर्शिता, बारदाना की उपलब्धता, तथा समिति कर्मचारियों का व्यवहार उन्हें अत्यंत संतोषजनक लगा। उनकी बातों के अनुसार केंद्र में कतार प्रबंधन, वजन मशीन की सटीकता और दस्तावेजी प्रक्रिया इतने सुव्यवस्थित थे कि उन्हें पूरा काम कम समय में पूरा करने में सफलता मिली। उन्होंने कुल 90 क्विंटल धान की विक्री की। बैंक खाते में राशि मिलने के बाद वे सबसे पहले खाद-बीज एवं खेती संबंधी लिए गए ऋण की अदायगी करेंगे, और शेष राशि परिवार के खर्च व अगली फसल की तैयारी में उपयोग करेंगे।
धान खरीदी केंद्रों में इस वर्ष पीने के पानी, बैठने की व्यवस्था, छाया, शौचालय एवं सुरक्षा प्रबंध जैसी सुविधाओं को विशेष रूप से सुधारा गया है। साथ ही किसानों की सुविधा के लिए समिति कर्मचारी सहयोगपूर्ण व्यवहार कर आवश्यक मार्गदर्शन भी दे रहे हैं। डिजिटल टोकन व्यवस्था से भीड़ कम हुई है और खरीदी प्रक्रिया तेज़ व पारदर्शी बनी है।
सरकारी प्रयासों, समिति सदस्यों की निष्ठा और किसानों के भरोसे ने मिलकर इस खरीदी व्यवस्था को एक सफल और पारदर्शी मॉडल के रूप में स्थापित किया है। धमतरी जिले में इस सकारात्मक बदलाव ने किसानों के बीच नई ऊर्जा और विश्वास का संचार किया है, जो आने वाले समय में कृषि विकास को और मजबूत आधार देगा।
