-->

गीता जयंती महोत्सव एवं युवक-युवती परिचय सम्मेलन का भव्य, अनुकरणीय आयोजन

 


धमतरी। छत्तीसगढ़ कोसरिया यादव समाज नगर इकाई धमतरी के तत्वाधान में निरंतर चौदहवें (14वें) वर्ष गीता जयंती महोत्सव एवं युवक-युवती परिचय सम्मेलन का भव्य, सुव्यवस्थित एवं गरिमामय आयोजन यादव समाज भवन, आमातलाब में श्रद्धा, उल्लास और सामाजिक समरसता के वातावरण में संपन्न हुआ। कार्यक्रम में नगर एवं आसपास के क्षेत्रों से समाजजन बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। आयोजन में नगर निगम धमतरी के महापौर रामू रोहरा जी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। वहीं पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष नेहरू निषाद जी विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। विशेष रूप से एमआईसी सदस्य अखिलेश सोनकर, पार्षद कुलेश सोनी एवं भागवत यादव की गरिमामय उपस्थिति ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। आयोजक समिति द्वारा सभी अतिथियों का पुष्पगुच्छ एवं स्मृति-चिन्ह भेंट कर आत्मीय स्वागत किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए महापौर रामू रोहरा ने कहा कि श्रीमद्भभागवत गीता केवल एक धार्मिक ग्रंथ नहीं, बल्कि संपूर्ण मानव जीवन की दिशा निर्धारित करने वाला दर्शन है। गीता हमें निष्काम कर्म, कर्तव्यनिष्ठा, संयम, आत्मबल और समत्व भाव सिखाती है। भगवान श्रीकृष्ण के उपदेश आज के युग में भी उतने ही प्रासंगिक हैं, जितने महाभारत काल में थे। उन्होंने कहा कि यदि युवा पीढ़ी गीता के सिद्धांतों को अपने जीवन में अपनाए, तो एक सशक्त, संस्कारवान और जिम्मेदार समाज का निर्माण निश्चित है। विशिष्ट अतिथि नेहरू निषाद ने अपने उद्बोधन में कहा कि गीता जयंती जैसे आयोजन हमारी भारतीय संस्कृति, परंपरा और नैतिक मूल्यों को जीवंत बनाए रखने का माध्यम हैं। उन्होंने समाज द्वारा 14 वर्षों से निरंतर ऐसे कार्यक्रम आयोजित किए जाने की सराहना करते हुए इसे सामाजिक एकता और जागरूकता का सशक्त उदाहरण बताया। कार्यक्रम में युवक-युवती परिचय सम्मेलन के अंतर्गत विवाह योग्य युवक-युवतियों का परिचय कराया गया, जिसे समाजजनों ने सकारात्मक एवं सार्थक पहल बताया। वक्ताओं ने कहा कि ऐसे सम्मेलन सामाजिक कुरीतियों को दूर कर पारदर्शी और सुसंस्कृत वैवाहिक परंपरा को बढ़ावा देते हैं। आयोजन के दौरान धार्मिक प्रवचन, सांस्कृतिक प्रस्तुतियां एवं गीता के श्लोकों का वाचन भी किया गया, जिससे वातावरण भक्तिमय हो गया। अंत में आयोजक समिति द्वारा सभी अतिथियों, समाज के वरिष्ठजनों, युवाओं एवं उपस्थित जनसमूह के प्रति आभार व्यक्त किया गया। कार्यक्रम सामाजिक, धार्मिक और सांस्कृतिक एकता का सशक्त संदेश देते हुए सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।